हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
It can be believed that common chanting of Chalisa delivers happiness, peace, and prosperity inside the life of the devotees.
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
त्रिपुरासुर सन युद्ध Shiv chaisa मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
बृहस्पतिदेव की कथा
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन ।
It's believed that typical chanting of Shiva Chalisa with utmost devotion has the power to get rid of all the obstructions and difficulties from one’s everyday living.